Yantra

धन वर्षा यंत्र

Dhan Varsha Yantra : धन बर्षा यंत्र कोई साधारण यंत्र नहीं है । इसकी स्थापना से मां लक्ष्मी कुबेर प्रसन्न होती हैं । यह यंत्र मां लक्ष्मी कुबेर को प्रसन्न करने का प्रभावकारी माध्यम है । यह यंत्र गुप्त आराधना और तपस्या करने वाले साधकों द्वारा ही सिद्ध किया जाता है ।

धन बर्षा यंत्र (Dhan Varsha Yantra) बहुत ही लाभकारी यंत्र है । इसकी स्थापना मात्र से ही घर में नकारात्मक ऊर्जा अपने आप समाप्त हो जाती है, सुख, वैभव, ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति होती है, कर्ज से छुटकारा मिलता है । यह धन बर्षा यंत्र (dhan varsha yantra) आदिशक्ति का वो रूप है जो हमारे जीवन का हर अँधेरा मिटा कर हमें प्रकाश का वरदान देता है ।
Dhan Varsha Yantra ke Labh • जो व्यक्ति कर्ज में डूबा रहता है, पैसे के तंगी से घिरा रहता है या जिसके व्यापार में घाटा हो रहा है, उनको इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है ।
• इस धन वर्षा यंत्र की स्थापना से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा का समूल नाश होता है ।
• इस यंत्र के प्रभाव से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती, कामकाज में अच्छा धनलाभ होता है ।
• सिक्का अपनी तिजोरी मे रखने से धन में वृद्धि होती है और धन से सम्बंधित सभी समस्यां दूर होती है ।
• कुबेर यंत्र अपने घर के पूजन स्थल पर पूर्व दिशा में रखने से धन के मार्ग प्रशस्त होते है और धन को संचित करने में सहायता मिलती है । कुल मिलाकर धन वर्षा यंत्र घर में स्थापित करने से जीवन में धन सम्बन्धी परेशानियाँ अपने आप समाप्त होती है और जीवन मे खुशियों का आगमन होता है और तिजोरी में धन की वर्षा होती है । इस यंत्र को अभिमंत्रित करके माँ के आशीर्वाद के साथ आपके पास भेजा जाता है । यह यंत्र आपके नाम से अभिमंत्रित किया जाता है, जिससे आपको यंत्र का दोगुना लाभ शीघ्र ही मिलता है ।

कामराज आकर्षण यन्त्र [ पत्नी -प्रेमिका ]

Kamraj Aakarshan Yantra {Patni- Premika}
यदि किसी की स्त्री अथवा प्रेमिका उससे रूठकर दूर हो जाए या चली जाए तो इस स्थिति में आकर्षण यंत्र क्रिया की जाती है । आकर्षण में पुतली विद्या का प्रयोग बहुत कारगर होता है क्योकि इच्छित व्यक्ति दूर होता है या सामने नहीं होता । इसलिए वशीकरण की बजाय आकर्षण इसलिए अधिक प्रभावी होता है ताकि पहले इच्छित को बुलाया जा सके । पुतली विद्या में प्राण प्रतिष्ठा बेहद महत्वपूर्ण होता है जिसमे नक्षत्र ,मुहूर्त ,तांत्रिक पद्धति महत मायने रखती है । इस पद्धति में यन्त्र और पुतली दोनों का प्रयोग किया जाता है जिससे अधिक प्रभाव आता है ।

भोजपत्र पर गोरोचन ,कुमकुम और श्री खंड और कस्तूरी से ,जाती वृक्ष की कलम से आकर्षण यन्त्र को लिखे और मदन वृक्ष [ मैनफल ] की लकड़ी से कामदेवी की प्रतिमा बनाकर उस नारी प्रतिमा के ह्रदय में यह आकर्षण यन्त्र रखकर रात्री के प्रथम प्रहर में पंचोपचार पूजनोपरान्त निम्न मंत्र का जप करे ।
Kamraj Aakarshan Yantra Mantra : मंत्र – कामोअनंग पञ्च शराः कन्दर्पोमीन के तनः। श्री विष्णु तनयो देवः प्रसन्नो भवतु प्रभो ।
कामराज आकर्षण यंत्र (Kamraj Aakarshan Yantra) में बीज मन्त्रों के बीच में इच्छित स्त्री का नाम लिखे । जैसे ऐं ह्रीं क्लीं —— ऐं ह्रीं क्लीं । तांत्रिक लोग उपरोक्त मंत्र के स्थान पर तांत्रिक आकर्षण मंत्र का प्रयोग करते या करवाते हैं । इनकी पद्धति में पुतली निर्माण खुद करके प्राण प्रतिष्ठा करके उस व्यक्ति को प्रदान करते हैं जिसकी पत्नी या प्रेमिका दूर हुई हो । इसके बाद कामराज आकर्षण यंत्र (kamraj aakarshan yantra) भी देकर मंत्र प्रदान करते हैं और तब मंत्र का जप करने को कहते हैं । इस प्रकार व्यक्ति की सफलता बढ़ जाती है ।

मातंगी यंत्र साधना कैसे करें ?

Matangi Yantra Sadhana Kaise Kare ?
इस यंत्र को बेल बृक्ष के नीचे बैठकर लिखे । प्रथम मातंगी के मूल मंत्र का पाठ करें तथा साथ साथ हबन भी करें । इस प्रकार नित्य जाप और हबन करके १०००० जाप पूरा करें । हबन में आम की लकड़ी , बेल की लकड़ी , शमी बृक्ष की लकड़ी रखें । सामग्री – घृत तथा लाल फूल से हबन करें । जाप समाप्त हो जाने पर अंतिम दिन हबन समाप्त करके बहीं बैठे –बैठे यह यंत्र लिखें । यंत्र भोजपत्र के ऊपर चमेली की कलम से तथा केसर के रंग से लिखे ।

Matangi Yantra ke Labh : मातंगी यंत्र मंत्र : ओं ह्रीं क्लीं हुं मातंगीये फट स्वाहा ।

इस मातंगी यंत्र (matangi yantra) को भुजा पर धारण करें या गले में पहने तथा तांबे की तख्ती पर खुदबाकर घर में दीबार पर लगायें और नित्य पूजा करें । किसी भी रोग में यह यंत्र धारण करे तो अबश्य ठीक होगा । इस यंत्र को धारण करने बाले पर कृत्या, जादू, टोना ,सर्बथा निष्फल होता है । जहाँ अर्थात जिस घर मं यह यंत्र लगा होगा बहाँ भुत – प्रेत, यक्ष, यक्षिणी, दुराचारी पुरुष का प्रबेश नही होगा । बलात घुसने बाले का सिर फट – फट जायेगा । परीक्षा कर देखें । सर्बप्रथम इसकी पूजा बिष्णु भगबान ने की थी । तत्पश्चात महामुनि मातंग ने इसकी आराधना की जिसके फलस्वरुप देबी ने मुनि मातंग के यंहा उसकी कन्या के रूप में अबतार लिया ।

श्री कुबेर धन लक्ष्मी वर्षा यंत्र के क्या लाभ हैं?

Shree Kuber Dhan Lakshmi Varsha Yantra Ke Kya Laabh Hai ? कुबेर धन लक्ष्मी बर्षा यंत्र कोई साधारण यंत्र नहीं है । इसकी स्थापना से मां लक्ष्मी कुबेर प्रसन्न होती हैं । यह यंत्र मां लक्ष्मी कुबेर को प्रसन्न करने का प्रभावकारी माध्यम है । यह यंत्र गुप्त आराधना और तपस्या करने वाले साधकों द्वारा ही सिद्ध किया जाता है ।

धन लक्ष्मी बर्षा यंत्र (Dhan Lakshmi Varsha Yantra) एक प्रकार के यंत्र होता है जो बिशेष रूप से धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए पूजा और आरधना के उपयोग में आता है । इस यंत्र का उपयोगी लक्ष्मी , धन , सौभाग्य और सुख शान्ति के लिए किया जाता है । यह यंत्र बिशेष रूप से धन और आर्थिक समृद्धि के प्रति आरधना के दौरान प्रयोग किया जाता है और इसके द्वारा समृद्धि और अधिक आर्थिक स्तिथि प्राप्ति की जाती है ।
धन लक्ष्मी बर्षा यंत्र (Dhan Lakshmi Varsha Yantra) अक्सर तंत्र शास्त्र और ज्योतिष के परम्परागत बिधियों के अनुसार तैयार किया जाता है और इसे पूजा , मंत्र जाप और आरधना के द्वारा शुभ माना जाता है ।यह यंत्र धन , सौभाग्य आर्थिक सफलता के लिए एक प्रकार की आध्यत्मिक साधना के रूप में भी देखा जाता है और बिश्वास किया भी जाता है की इसके प्रयोग और उपयोग से ब्यक्ति को धन और सुख की प्राप्ति होती है ।
यह यंत्र बिभिन्न रूपों और आकृतियों में आता है और आप अपनी आब्श्यक्ताओं और आस्थाओं के आधार पर इसका चयन कर सकते हैं । पूजा और आरधना के दौरान , इस यंत्र को मंत्र के साथ पूजा जाता है और उपयोगकर्ता के श्रद्धा और आस्था के साथ इसके उपयोग से आर्थिक लाभ प्राप्त किया जाता है ।
श्री लक्ष्मी कुबेर यंत्र बहुत ही लाभकारी यंत्र है । इसकी स्थापना मात्र से ही घर में नकारात्मक ऊर्जा अपने आप समाप्त हो जाती है, सुख, वैभव, ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति होती है, कर्ज से छुटकारा मिलता है। श्री लक्ष्मी कुबेर यंत्र आदिशक्ति का वो रूप है जो हमारे जीवन का हर अँधेरा मिटा कर हमें प्रकाश का वरदान देता है ।
Dhan Lakshmi Varsha yantra Pujan Samagri इस यंत्र के पूजन सामग्री में आप माता लक्ष्मी की एक सुन्दर चित्र पट , रोली , अक्षत , कुंकुम और हलदी ,सुगन्धित अतर , सुगन्धित अगरबती , पद्म फूल , बरुण काष्ठ पटा / धन यंत्र चौकी , शुद्ध गाय घी का दीपक ,पूजा कपड़ा और थाली , फूल और पुष्प माला , भोग सामग्री (दूध से बनी हुई मिष्ठान या खीर ) का उपयोग किया जाता है ।
Dhan Lakshmi Varsha Yantra ke Labh जो व्यक्ति कर्ज में डूबा रहता है, पैसे के तंगी से घिरा रहता है या जिसके व्यापार में घाटा हो रहा है, उनको इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है । इस धन लक्ष्मी बर्षा यंत्र (dhan lakshmi varsha yantra) की स्थापना से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा का समूल नाश होता है । इस धन लक्ष्मी वर्षा यंत्र (Dhan Lakshmi Varsha Yantra) के प्रभाव से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती, कामकाज में अच्छा धनलाभ होता है । सिक्का अपनी तिजोरी मे रखने से धन में वृद्धि होती है और धन से सम्बंधित सभी समस्यां दूर होती है । कुबेर यंत्र अपने घर के पूजन स्थल पर पूर्व दिशा में रखने से धन के मार्ग प्रशस्त होते हंय और धन को संचित करने में सहायता मिलती है ।

कुल मिलाकर श्री लक्ष्मी कुबेर यंत्र घर में स्थापित करने से जीवन में धन सम्बन्धी परेशानियाँ अपने आप समाप्त होती है और जीवन मे खुशियों का आगमन होता है और तिजोरी में धन की वर्षा होती है ।

इस लक्ष्मी कुबेर यंत्र को अभिमंत्रित करके माँ लक्ष्मी के आशीर्वाद के साथ आपके पास भेजा जाता है । यह श्री कुबेर धन लक्ष्मी बर्षा यंत्र (Dhan lakshmi varsha yantra) आपके नाम से अभिमंत्रित किया जाता है, जिससे आपको दोगुना लाभ शीघ्र ही मिलता है ।

श्री सिद्ध गोपाल यंत्र

Shree Siddh Gopal Yantra : श्री सिद्ध गोपाल यंत्र रचना के लिए अष्टगंध की स्याही का उपयोग श्रेष्ठ फलदायक होता है । लेखनी के लिए कुशा, अनार की समिधा, सुबर्ण अथबा चाँदी की सलाई का प्रयोग करना चाहिए । आधार के लिए भोजपत्र सर्बोत्तम है ।

Gopal Yantra Mantra : यंत्र निर्मित करके बिधिबत प्राण – प्रतिष्ठा के पश्चात पूजागृह में स्थापित कर लें तथा “ॐ बाल बपुषे क्लीं कृष्णाय स्वाहा ” मंत्र का जप करते हुए यंत्र की पूजा करें ।
बिशेष अनुष्ठान के रूप में, किसी कामनापूर्ति अथबा संकट निबारण हेतु इस मंत्र का ग्यारह हजार जप करना चाहिए ।
(गोपाल यंत्र लिखने के लिए जब बैठे तो यंत्र के साथ लिखे हुए बिधान का पूर्ण रूप से पालन करें । इसके अतिरिक्त लिखते समय मौन रहे तथा इष्टमंत्र अथबा यंत्र सम्बन्धी मंत्र का भक्तिपूर्बक स्मरण करें )