Negativity & Evil Eye

टोना फुंकने का मंत्र

Tona Phunkne Ka Mantra : मंत्र : “हक नाम भाखों, तो पक नाम पडे मिट्टी । पक नाम भाखों ,तो टोना नाम पडे मिट्टी ।।”

Tona Phunkne ka Mantra Vidhan : यदि किसी ब्यक्ति पर टोना लगा हो तो उक्त मंत्र को 11 बार पढकर पीडीत ब्यक्ति को फुंक मारें । इस्ससे पेहेले आप कोइ भि सिद्ध दिन पर मंत्र को साबर मंत्र बिधान से मंत्र को सिद्ध करलो फिर इस्को जरुरत समय मे प्रयोग कर सक्ते हो ।

नोट : प्रयोग से पेहेले आप आपना सुरख्या कबच बनालो, फिर मंत्र का प्रयोग करके आदमी को टोना टोटका से बचा सक्ते हो।

ऊपरी बाधा हटाने के उपाय

Upari Badha Hatane Ke Upay :
ऊपरी बाधा को हटाने (Upari Badha Hatane Ke Upay) के प्रयास करने के पहले यह जान लेना ज़रूरी है कि आखिर ऊपरी बाधा होती क्या है। जब किसी व्यक्ति पर भूत प्रेत या दूसरी नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव हो तो उसे ही ऊपरी बाधा कहते हैं। जब किसी व्यक्ति पर ऊपरी बाधा होती है तो इसका असर उसके व्यवहार पर साफ़ दिखाई देता है।

ऐसे व्यक्ति की टोन और बात करने का अंदाज एकदम बदल जाता है।उसे रात में नींद नही आती और वह कुछ भी बड़बबड़ाता रहता है। वह कभी जोर से गुस्सा करने लगता है या फिर रोने लगता है। यदि उसका गुस्सा बहुत ज्यादा हो जाता है तो वह खुद को या दूसरों को चोट भी पहुंचा सकता है। यदि आपके सामने भी ऐसी कोई स्थिति उपस्थित हो जाती है तो आपको एकदम सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसे स्थिति में ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) पूरे आत्मविश्वास के साथ करने चाहिए। यहाँ ऐसे ही कुछ ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha hatane Ke Upay) दिए जा रहे हैं जो निश्चित ही आपके लिए काफी उपयोगी सिद्ध होंगे। सुबह स्नान आदि से निपटने के बाद एक पान का पत्ता लें और इसे एक छोटे से दोने में रख दें। इसके बाद इसमें कुछ फूल रख दें। अब इसके सामने बैठकर ऊपरी बाधा से परेशान व्यक्ति की राशि के अनुसार उसके गृह के मन्त्र का उच्चारण 108 बार करें। अब इस दोने को पीड़ित के सिर के ऊपर से 7 बार उसार लें और फिर इसे नदी में प्रवाहित कर दें। ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में इस उपाय को करने से तुरंत लाभ मिलता है।

यदि आपको पता चलता है कि आपके घर के किसी सदस्य पर ऊपरी बाधा का असर है तो आपको मंगलवार या शनिवार को यह उपाय करना चाहिए। इस दिन सफ़ेद अपराजिता और जावित्री के रस का नस्य लें। ऐसा करने से डाकिनी आदि की बाधा भी दूर होती है। जावित्री और सफ़ेद अपराजिता के पत्ते के रास का नस्य लेने से डाकिनी-शाकिनी आदि की बाधा दूर हो जाती है। यह क्रिया शनिवार या मंगलवार को ही करें।

यदि आप प्रेत-बाधा को दूर करना चाहते हैं तो ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत यह उपाय करें।आप पुष्य नक्षत्र में धतूरे का पौधा जड़ समेत उखाड़कर ले आयें और फिर इसे अपने घर के आसपास की जमीन पर उल्टा करके इस तरह गाड़ें कि उसकी जड़ ऊपर की तरफ रहे। इस उपाय को करने से घर में सुख शांति बनी भी रहती है।

ऊपरी बाधा हटाने से उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत शनिवार के दिन इस प्रयोग को करें। इस दिन काले धतूरे की जड़ लेकर आयें और पीड़ित की भुजा पर बांध दें। ऐसा करने से भूत, प्रेत और पिशाच उसका पीछा करना छोड़ देंगे। यदि पीड़ित स्त्री है तो जड़ को उसकी बायीं भुजा में बांधना चाहिए, यदि वह पुरुष है तो उसे उसकी दाहिनी भुजा में बांधना चाहिए।

जिस भी स्थान पर गाय का वास होता है भूत वहां आने से कतराते हैं। इसके लिए ऊपरी बाधा हटाने के उपाय में गाय का गोबर और गौमूत्र का प्रयोग करें। एक गाय के गोबर का कंडा जलाएं और उस पर गाय का थोड़ा सा घी डाल दें। पीड़ित व्यक्ति को एक कमरे में बिठाकर ये प्रयोग करेंगे को भूत-प्रेत उसको छोड़कर भाग जायेंगे।

आप ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत ये उपाय करना न भूलें। काली सरसों, काले बकरे का दायाँ सींग, सर्प की केंचुली, गुग्गुल, नीम के पत्ते, अपामार्ग के पत्ते और बच को लेकर अच्छे से कूट पीस लें। इस चूर्ण को जलते कंडे पर डालकर धूनी करें और पीड़ित व्यक्ति को धूनी दें। ऐसा करने से प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है। आप किसी महत्वपूर्ण कार्य से जा रहे हैं और चाहते हैं कि ऊपरी बाधा आपकी राह का रोड़ा न बने तो आपको इस तरह से ऊपरी बाधा हटाने के उपाय करने चाहिए। घर से निकलते समय अपने हाथ में एक चुटकी हींग लें अब इसे अपने सिर पर से 3 बार उसारकर उत्तर दिशा की ओर फेंक दें। अब पूरे आत्मविश्वास के साथ कार्य को करने के लिए निकल पड़ें। ऐसा करने से यदि कोई नकारात्मक ऊपरी शक्ति आप पर प्रभाव डाल रही है तो वह निष्फल हो जायेगी।

यदि आप तांत्रिक प्रभावों से मुक्ति चाहते हैं तो ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत यह उपाय कर लेना चाहिए। जब किसी को ऊपरी बाधा सताती तो उसे हींग मिले पानी से कुल्ला करवाएं। ऐसा करने से तांत्रिक और ऊपरी बाधा का प्रभाव नष्ट हो जाता है। यदि आपके घर पर ऊपरी बाधा है तो इसे हटाने के लिए आप यहाँ दिए गए प्रयोग को करें। आप 5 ग्राम कपूर, 5 ग्राम काली मिर्च और 5 ग्राम हींग ले लें। इसको पीसकर इसका पाउडर बनायें और फिर इसकी छोटी छोटी गोलियां बना लें। इन गोलियों को 2 बराबर भागों में बाँट दें और फिर एक हिस्से को सुबह और दूसरे को शाम को घर में जलाएं। ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में इस उपाय को करने से भूत प्रेत के प्रभाव को आसानी से नष्ट किया जा सकता है।

यदि आप रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट अपने गले में पहनते हैं तो इससे ऊपरी बाधा से सुरक्षा होती है। यदि आप घर को नज़र, ऊपरी बाधा और किसी भी प्रकार के तांत्रिक प्रभावों से बचाना चाहते हैं तो घर के बाहर के दरवाजे पर त्रिशूल वाला ॐ का प्रतीक लगायें।

Upari Badha Hatane Ke Upay Mantra : “ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच शाकिनी डाकिनी यक्षणी पूतना मारी महामारी,यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम् क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा।” {{इस हनुमत मंत्र का उच्चारण 5 बार अवश्य करें। }}

ऊपरी बाधा को दूर करने के लिए माँ काली और भगवान गणेश की आराधना करें। हर शाम माँ काली को अगरबत्ती लगायें और ऊपरी बाधा से रक्षा की प्रार्थना करें। भगवन गणेश को प्रतिदिन सुपारी भेंट करने से भी ऊपरी बाधा से रक्षा होती है।

ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में हनुमान की आराधना बहुत असरकारी होती है। इसके लिए आप घर में प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। यदि आप किसी शनिवार या मंगलवार को बजरंग बाण का पाठ कराते हैं तो इससे आपको और आपके घर को ऊपरी बाधाओं से सुरक्षा मिलती है।

बूरी नजर से बचने के उपाय

बूरी नजर से बचने के उपाय :

आज हम आप को बूरी नजर उतारने के उपाय के बारे में बताऊंगा जिस की मदद से आप बूरी नजर उतर सकते है । वैसे नजर बड़े, बूढ़े और बच्चो किसी को भी लग सकती है । कुछ लोगो का मानना है की बूरी नजर आपके व्यापार, दूकान और घर में भी लग सकती है, हालाकी घर और दूकान को नजर से बचाने के लिए निम्बू-मिर्च का टोटका कभी कारगर साबित होता है । हम सभी में बहुत सी सोई हुई शक्तियां हैं जो किसी विशेष परिस्थति में जागती हैं । अक्सर किसी विशेष समय में बूरी नजर या बद्दुआ लग जाती है, ये एक नकारात्मक उर्जा है जो आँखों के ज़रिये बाहर आती है । यदि आप भी किसी ऐसी ही परेशानी का सामना कर रहे है, तो आप घर बैठे ही बूरी नजर उतारने के उपाय कर सकते है, इन बहुत ही कामयाब और आसान उपायों से….

बूरी नजर उतारने के उपाय :-

1:-एक लोटे में पानी लेकर उसमें नमक, खड़ी लाल मिर्च डालकर आठ बार उतारे। फिर थाली में दो आकृतियाँ- एक काजल से, दूसरी कुमकुम से बनाए । लोटे का पानी थाली में डाल दें । एक लम्बी काली या लाल रङ्ग की बिन्दी लेकर उसे तेल में भिगोकर ‘बूरी नजर’ वाले पर उतार कर उसका एक कोना चिमटे या सँडसी से पकड़ कर नीचे से जला दें । उसे थाली के बीचो-बीच ऊपर रखें । गरम-गरम काला तेल पानी वाली थाली में गिरेगा । यदि बूरी नजर लगी होगी तो, छन-छन आवाज आएगी, अन्यथा नहीं ।

2: नमक, राई के दाने, पीली सरसों, मिर्च, पुरानी झाडू का एक टुकड़ा लेकर ‘बूरी नजर’ लगे व्यक्ति पर से ‘आठ’ बार उतार कर अग्नि में जला दें । ‘बूरी नजर’ लगी होगी, तो मिर्चों की धांस नहीँ आयेगी ।

3: फिटकरी की डली को, 7 बार बच्चे/बड़े/पशु पर से 7 बार उबार कर आग में डालने से बूरी नजर तो दूर होती ही है, नजर लगाने वाले की धुंधली-सी शक्ल भी फिटकरी की डली पर आ जाती है ।

4 : पश्चिमी देशों में नजर लगने की आशंका के चलते ‘टच वुड’ कहकर लकड़ी के फर्नीचर को छू लेता है । ऐसी मान्यता है कि उसे नजर नहीं लगेगी ।

5: गिरजाघर से पवित्र-जल लाकर पिलाने का भी चलन है ।
6: इस्लाम धर्म के अनुसार ‘बूरी नजर’ वाले पर से ‘अण्डा’ या ‘जानवर की कलेजी’ उतार के ‘बीच चौराहे’ पर रख दें । दरगाह या कब्र से फूल और अगर-बत्ती की राख लाकर ‘बूरी नजर’ वाले के सिरहाने रख दें या खिला दें ।

7: बच्चे ने दूध पीना या खाना छोड़ दिया हो, तो रोटी या दूध को बच्चे पर से ‘आठ’ बार उतार के कुत्ते या गाय को खिला दें ।

8. थोड़ी सी राई, नमक, आटा या चोकर और ३, ५ या ७ लाल सूखी मिर्च लेकर, जिसे ‘नजर’ लगी हो, उसके सिर पर सात बार घुमाकर आग में डाल दें । ‘नजर’-दोष होने पर मिर्च जलने की गन्ध नहीं आती ।

9. एक नींबू लेकर आठ बार उतार कर काट कर फेंक दें ।

10. पुराने कपड़े की सात चिन्दियाँ लेकर, सिर पर सात बार घुमाकर आग में जलाने से ‘नजर’ उतर जाती है ।

11. नमक की डली, काला कोयला, डंडी वाली 7 लाल मिर्च, राई के दाने तथा फिटकरी की डली को बच्चे या बड़े पर से 7 बार उबार कर, आग में डालने से सबकी नजर दूर हो जाती है ।

12. झाडू को चूल्हे / गैस की आग में जला कर, चूल्हे / गैस की तरफ पीठ कर के, बच्चे की माता इस जलती झाडू को 7 बार इस तरह स्पर्श कराए कि आग की तपन बच्चे को न लगे। तत्पश्चात् झाडू को अपनी टागों के बीच से निकाल कर बगैर देखे ही, चूल्हे की तरफ फेंक दें। कुछ समय तक झाडू को वहीं पड़ी रहने दें। बच्चे को लगी नजर दूर हो जायेगी ।

13. तेल की बत्ती जला कर, बच्चे/बड़े/पशु पर से 7 बार उबार कर दोहाई बोलते हुए दीवार पर चिपका दें । यदि नजर लगी होगी तो तेल की बत्ती भभक-भभक कर जलेगी । नजर न लगी होने पर शांत हो कर जलेगी ।

14. जिस स्त्री या पुरुष पर आपको संदेह हो कि उसकी नजर लगी हैं, तो उसका हाथ जिसे नज़र लगी हे उसके सिर पर फिरवा दें । नजर उतर जाएगी ।

15. रविवार के दिन नजर लगे व्यक्ति के सिर से तीन बार दूध उतारकर मिट्टी के पात्र में भर दे और कुत्ते को पिला दें ।

16. शनिवार के दिन हनुमानजी के मदिर से हनुमानजी के कन्धों का सिन्दूर लाना चाहिए और नजर लगे व्यक्ति के मस्तिक पर लगाना चाहिए ।

17. बुरी नजर उतारने के लिए राई के सात दाने , नमक की सात छोटी – छोटी डली , सात साबुन लाल मिर्च नजर से पीड़ित के सिर के उपर से सात बार उतारकर जलती आग में दाल दें । इस क्रिया को करते समय किसी की टोक नहीं होनी चाहिए । ये समस्त कार्य बाएं हाथ से करने चाहिए । आग के लिए लकड़ी देसी आम की होनी चाहिए ।

18. नजर लगे व्यक्ति के उपर से फिटकिरी उतारकर उसे बाएं हाथ से कूट लें और फिर उस चूर्ण को कुएं में दाल देना चाहिए । नजर उतर जाएगी ।

19. लहसुन, बाक, राई, नमक, प्याज़ के छिलके एवं सूखी लाल मिर्च । ये सब नजर लगे बच्चे पर सात बार उतारकर अंगारों पर दाल दें । जलने पर बदबू नं आये तो समझें नजर लगी हैं । इससे नजर उतर जाएगी ।

20. दुकान को नजर लगी हो तो रविवार अथवा मंगलवार के दिन लाल मिर्चे धागे में पिरोएं और बीच में नींबू पिरो दें । फिर इन्हें दुकान के प्रवेश द्वार पर माला की तरह बांध दें । नजर उतर जाएगी ।

21. चाकू से जमीन पे एक आकृति बनाए। फिर चाकू से ‘नजर’ वाले व्यक्ति पर से एक-एक कर आठ बार उतारते जाए और आठों बार जमीन पर बनी आकृति को काटते जाए ।

22. एक साबूत नींबू के उपर काली स्याही से 307 लिख दें और उस व्यक्ति के उपर उल्टी तरफ से 7 बार उतारें । इसके पश्चात उसी नींबू को चार भागों में इस प्रकार से काटें कि वह नीचें से जुड़े रहें । और फिर उसी नींबू को घर से बाहर किसी निर्जन स्थान पा फेंक दें । यह उपाय करने से पीडि़त व्यक्ति शीघ्र ही स्वस्थ्य हो जायेगा ।

23. खाने के समय भी किसी व्यक्ति को नजर लग जाती है । ऐसे समय इमली की तीन छोटी डालियों को लेकर आग में जलाकर नजर लगे व्यक्ति के माथे पर से सात बार घुमाकर पानी में बुझा देते हैं और उस पानी को रोगी को पिलाने से नजर दोष दूर होता है ।

24. लाल मिर्च, अजवाइन और पीली सरसों को मिट्टी के एक छोटे बर्तन में आग लेकर जलाएँ । फिर उसकी धूप बूरी नजर लगे बच्चे को दें । किसी प्रकार की नजर हो ठीक हो जाएगी ।

25. यदि आपने कोई नया वाहन खरीदा है और आप इस बात से परेशान हैं कि कुछ न कुछ रोज वाहन में गड़बड़ी हो जाती है । यदि गड़बड़ी नहीं होती तो दुर्घटना में चोट-चपेट लग जाती है और बेकार के खर्च से सारी अर्थ-व्यवस्था चौपट हो जाती है । अपने वाहन पर काले धागे से पीली कौड़ी बांधने से आप इस बूरी नजर से बच सकेंगे, करके परेशानी से मुक्त हो जाएं ।

26. यदि आपके घर पर रोज कोई न कोई आपदा आ रही है । आप इस बात को लेकर परेशान हैं कि कहीं किसी ने कुछ कर तो नहीं दिया । ऐसे में आपको चाहिए कि एक नारियल को काले कपड़े में सिलकर घर के बाहर लटका दें ।

27. घर के पास पेड़ की जड़ में शाम को थोड़ा सा कच्चा दूध डाल दें । फिर गुलाब की अगरबत्ती जलाएं ।बूरी नजर दोष दूर हो जाएगा ।

नजर उतारने का मंत्र

नजर उतारने का मंत्र :

मंत्र :- “ओम नमो आदेश गुरु का। गिरह-बाज नटनी का जाया, चलती बेर कबूतर खाया, पीवे दारू खाय जो मांस, रोग-दोष को लावे पांस। कहां-कहां से लावेगा? गुदगुद में सुद्रावेगा, बोटी-बोटी में से लावेगा, चाम-चाम में से लावेगा, नौ नाड़ी बहत्तर कोठा में से लावेगा, मार-मार बंदी कर लावेगा। न लावेगा तो अपनी माता की सेज पर पग रखेगा। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति, फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा।”

नजर उतारने का मंत्र विधि : अक्सर बच्चे एवं सुंदर महिला को नजर लग जाती है और उसकी तबीयत अचानक खराब हो जाती है । दवा से फायदा नहीं मिल पाता । ऐसे में उक्त मंत्र पढ़कर मोर पंख से पीड़ित को झाड़ दें । उसे तत्काल आराम मिलने लगेगा और नजर दोष दूर हो जाएगा । ध्यान रहे कि नजर उतारने का मंत्र प्रयोग से पूर्व मंत्र को पर्व, संक्रांति, ग्रहण समेत किसी भी सिद्धकाल में कम से कम 1100 जप कर लें । इसके बाद ही आवश्यकतानुसार प्रयोग प्रारंभ करें ।

नजर बांधने का मंत्र

नजर बांधने का मंत्र :

मन्त्र : “ॐ नमो काला भैरूं घंघरावाला । हाथ खड़ग , फूलों की माला । चौंसठ योगिन सङ्ग में , चोला देखो खोलि नजर का ताला । राजा – परजा ध्यादै तोहिं , सबकी दष्टि बाँधि दे मोहिं । मैं पूजो तुमको नित ध्याय , राजा – परजा मेरे पाय लगाय । भरी अथाई सुमिरौं तोहिं , तेरा किया सब कुछ होय । देख भैरों , तेरे मन्त्र की शक्ति । चले मन्त्र , ईश्वरो वाचा । शब्द साचा , पिण्ड काचा । फुरो मन्त्र , ईश्वरो वाचा ।”

नजर बांधने का मंत्र विधि : रविवार के दिन श्मशान में जाए और एक चुटकी भस्म लाए । २१ बार मन्त्र जपे तथा विधि – पूर्वक भैरो जी का पूजन करे । भैरो जी को प्रसन्न करने के उपरान्त भस्म को उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करे और चुटकी से भरी सभा में उड़ाए । इससे सबकी नजर बँध जाएगी ।

काला जादू से बचने के उपाय

काला जादू से बचने के उपाय : मंत्र उपाय {{ “आय तुल कुरसी, विच फुरआन आगे पीछे, तू रहमान लाइलाह का कोट, इल्लल्लाह की खाई मुहम्मद रसूलल्लाह की दुहाई नज़र को बांधूं , भूत को बांधूं योगिनी डेरा सब बला को बांधूं ब हक्क या बुद दूह मदद मेरे पीर की शब्द सांचा पिंड कांचा फुरे मंत्र इश्वरो वाचा “}}

i) एक काले रंग का धागा लीजिये ।
ii) इस पर 7 गांठें मारिये ।
iii) अब पहली गाँठ को अपने हाथों की उँगलियों के बीच में रखिये, ऊपर दिया हुआ मंत्र एक बार बोलिए और फिर इस गाँठ पर मुंह से फूँक मारिये । अब दूसरी गाँठ को अपनी उँगलियों के बीच में रखिये, ऊपर दिया हुआ काला जादू मंत्र एक बार बोलिए और फिर मुंह से इस गाँठ पर फूँक मारिये । इसी तरह सभी 7 गांठों पर करिए । इसके बाद यह धागा पीड़ित व्यक्ति के गले में पहना दीजिये । यह धागा काला जादू को भी ख़त्म कर देगा और भविष्य में भी मुश्किलों से बचाकर रखेगा ।

2nd प्रयोग : i) थोडा पीने का पानी लीजिये ।
ii) इसे अपने सामने रखिये ।
iii) नीचे दिया हुआ मंत्र 7 बार पढ़िए ।
iv) अब सामने रखे हुए पानी में फूंक मारिये ।
इस पानी को पीड़ित व्यक्ति को पीने के लिए दे दीजिये । काला जादू का असर समाप्त हो जाएगा । यह उपाय 7 दिन तक लगातार किया जाना चाहिए तभी असर पूरी तरह से समाप्त होगा और जिसने काला जादू किया या करवाया होगा उसी पर इसका असर वापिस चला जाएगा ।

{{ ॐ वज्र मुन्ठी वज्र की वाड, वज्र बान्धौ दश द्वार, वज्र पाणी पिवेच्चानो, डाकिनी डापिनी रक्शोव सर्वांग, मंत्र जयो शत्रु भयो, डाकिनी वायो, जानू वायो, काली काली शामनते, ब्रह्मा की धिशु साशु, डाकिनी मिली करी, मोरो जीड घात करेती, पतने पानी करे, गुआ करे, याने करे, सूते करे, परिहासे करे, नयन कटाक्षी करे, आपो ना ह़ाते, परहाते, जियति संचारे, किलनी पोतनी, अनिन्तुश्वरी करे, एते विज्ञान अहिन न नगयो, मोहिन करेत्सारा कुठी तिल्स्केम सरुपडे, ॐ मोसिद्धि गुरुपराय स्त्रीलिंग, महादेव की आज्ञा । }}