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2025 अक्षय तृतीया पर करे श्री सूक्तम प्रयोग

2025 Akshay Tritiiya Par Kare Shri Suktam Prayog : अक्षय तृतीया (Akshay Tritiiya), इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 (बुधबार) को पड़ता है । इसके महत्व के साथ, यह रोहिणी नक्षत्र के साथ आता है, जो शास्त्रों के अनुसार एक भाग्यशाली सितारा माना जाता है ।
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अक्षय तृतीया (Akshay Tritiiya) को कुछ भी नया शुरू करने के लिए एक बेहद आशाजनक दिन माना जाता है । लोग घर पर विशेष प्रार्थना करते हैं और सोना, चांदी और कीमती सामान भी खरीदते हैं क्योंकि यह माना जाता है की ऐसा करने से सौभाग्य आता है ।
संस्कृत शब्द अक्षय का अर्थ है ‘अंतहीन’। हिंदू धर्म ग्रंथों में अक्षय तृतीया (Akshay Tritiiya) के संदर्भ हैं । कुछ अच्छी पुस्तकों का मानना है कि सत युग और त्रेता युग की शुरुआत इसी दिन हुई थी ।
भगवान गणेश ने इस दिन महाकाव्य ‘महाभारत’ की रचना शुरू की । अक्षय तृतीया के दिन, भगवान कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को समृद्धि और धन के साथ इश्वर्य लाभ दिया । यह दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती भी है । इस दिन पृथ्वी पर पवित्र नदी गंगा का अवतरण भी हुआ ।
प्रसाद :कुमकुम , अभिमंत्रित श्रीयंत्र ,कलावा ।
प्रयोगः-
1) श्री-सूक्त के १५ मन्त्रों और उपर्युक्त ३२ नामों से प्रति-दिन ‘घी’ से हवन करने पर ६ मास में भगवती लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है ।
2) शुक्ल-पक्ष की प्रतिपदा से प्रारम्भ करके प्रति-दिन “कांसोस्मीति॰” इस ऋचा का एक सौ आठ बार जप करके घी से ग्यारह बार हवन करें । इस प्रयोग से ६ मास में सम्पदा की प्राप्ति होती है ।
3) स्नान के समय श्री-सूक्त के मन्त्रों से जल-ग्रहण करे । उस जल को तीन बार अभिमन्त्रित करके उससे तीन बार अपना अभिषिञ्चन करे । फिर सूर्य की ओर मुँह करके तीन बार श्री-सूक्त का तीन बार जप करे । फिर तीन बार तर्पण करे । सूर्य-नारायण की पूजा करके हविष्यान्न से प्रतिदिन हवन करे । ६ मास में लक्ष्मी की प्राप्ति होती है ।
4) प्रत्येक शुक्रवार को १०८ अधखिले कमल लाकर उनमें नवनीत (मक्खन) भरे । अन्तिम ऋचा का पाठ करते हुए इन कमलों से हवन करे । ४४ शुक्रवार तक यह प्रयोग करने से चञ्चला लक्ष्मी अचञ्चला हो जाती है ।
विधि-निषेध –
पुरश्चरण प्रयोग-काल में साधक शुद्ध श्वेत वस्त्र धारण करे । शरीर पर हल्दी का लेप न लगाए । द्रोण पुष्प, कमल, बिल्व-पुष्प धारण न करे । नग्न होकर जल में प्रवेश न करे । शुद्ध शय्या पर शयन करे । उच्छिष्ट मुँह और तेल लगाकर जप/पूजा न करे । नीच व्यक्तियों का स्पर्श/ सम्पर्क न करे ।
Akshay Tritiiya Puja Ke Subh Phal :
• दीर्घायु, स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
• सभी बाधाओं को दूर करने में सहायता प्राप्त होती है ।
• व्यापार में विकास होता है ।
• प्रगति के मार्ग प्रशस्त होते है ।
अक्षय तृतीया 2025 पर आपका हर समस्या होगी दूर

Akshaya Tritiiya 2025 Par Aapka Har Samasya Hogi Door :
मनुष्य जीवन में हर क्षण कोई न कोई समस्या उत्पन्न होती है तथा जिसका निदान भौतिक रूप से मिलता नहीं । इसी कारण परालौकिक शक्तियों की सहायता से जिन्हें हम भगवान, देवता इत्यादि के नाम से जानते हैं, के मंत्र, जप, पूजा-पाठ, दान-धर्म इत्यादि से करते हैं । श्रद्धा तथा विश्वास से करें तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है ।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiiya) 30 अप्रैल 2025 (बुधबार) को मनाई जाएगी । यह भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला उत्सव है । इसके साथ ही तंत्र-मंत्र, सिद्धि, दान-पूजा इत्यादि का अक्षय लाभ इस दिन करने पर प्राप्त होता है, ऐसी शास्त्रीय मान्यता है ।
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Akshaya Tritiiya Ke Din Kare Yah Saral Upay
1. जिन व्यक्तियों के घर में बरकत न हो या रोजगार की व्यवस्था न हो पा रही हो वे अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiiya) 2025 को निम्नलिखित मंत्र की 51 माला जपें तथा बाद में भी 1 माला जब तक कार्य न हो, तब तक करें । यह जादुई प्रयोग है ।
मंत्र : – ‘ॐ नमो भाग्य लक्ष्म्यै च विद्महे अष्ट लक्ष्म्यैल च धीमहि तन्नौ लक्ष्मी प्रचोदयात् ।।’ यदि सवा लाख जप कर दशांश हवन, तर्पण, मार्जन, कन्या-ब्राह्मण भोजन करवाया जाए तो सभी ऐश्वर्य प्राप्त होते हैं ।
2. जिन व्यक्तियों को बड़े या कठिन मंत्र पढ़ने में कठिनाई लगे, वे लक्ष्मी एकाक्षरी मंत्र ‘श्रीं’ का जप करें । इसका उच्चारण इस प्रकार होगा- श्रीम् । कहा जाता है इसका 12 लाख जाप करने पर लक्ष्मीजी प्रत्यक्ष हो जाती हैं ।
3. दुकान या फैक्टरी न चल रही हो या घर पर कलह हो चांदी की डिब्बी में शुद्ध सिन्दूर रखकर तथा 11 गोमती चक्र रखकर उपरोक्त मंत्र कोई सा भी प्रयोग कर वह डिब्बी गल्ले-तिजोरी या पूजा के स्थान पर रखें, निश्चित लाभ होगा ।
4. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiiya) 2025 को लक्ष्मी प्राप्ति प्रयोग- पीत वस्त्रासन, पंचमुखी घृत का दीपक, स्फटिक की माला से उत्तराभिमुख हो रात्रि के समय ‘ॐ कमलवासिन्यै श्री श्रियै ह्रीं नम:’ की 108 माला जपें । सामने प्रतिष्ठित श्री यंत्र या महालक्ष्मी यंत्र रखें । रक्तपुष्प, कमल गट्टा आदि दूध से बने पदार्थ का नैवेद्य लगाकर तथा संभव हो तो 1 माला अंत में हवन करे । पश्चात यंत्र को उठाकर गल्ले या तिजोरी में रख दें ।
5. एकाक्षी नारियल व दक्षिणावर्ती शंख भी इसी प्रकार सिद्ध कर रखे जा सकते हैं ।
6. रजत या ताम्र पात्र में कमल गट्टे भरकर तथा उस पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित कर केशर से चावल रंगकर प्रति यंत्र 1-2 दाने चढ़ाते जाएं तथा वे सभी चावल इकट्ठे कर बाद में कन्याओं को खीर बनाकर खिलाएं ।
2025 अक्षय तृतीया पर राशि अनुसार क्या करें दान ?

2025 Akshay Tritiya Par Rashi Anushar Kya Kare Daan ?
2025 Akshay Tritiya का त्योहार हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है । इस साल यह तिथि 30 अप्रैल 2025 (बुधबार) को पड़ रही है । पुराणों में उल्लेख है कि Akshay Tritiya सभी पापों का नाश करने वाली एवं सभी सुखों को प्रदान करने वाली तिथि है । इस दिन किया गया दान-पुण्य एवं सत्कर्म अक्षय रहता है अर्थात कभी नष्ट नहीं होता । वैसे तो इस दिन कोई भी व्यक्ति अपनी भावना और श्रृद्धा के अनुसार कुछ भी दान करके पुण्य लाभ कमा सकता है, परन्तु ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप अपनी राशि के अनुसार अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) पर दान पुण्य और पूजा पाठ करें तो आपकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होंगी ।
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2025 Akshay Tritiya Puja Muhurt
अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) पूजा मुहूर्त : सुबह 05:41:44 से 12:18:36 तक
पूजा अबधि : 06 घंटे 36 मिनिट
मेष एवं वृश्चिक राशि :
इन दोनों राशियों के स्वामी मंगल हैं । इन राशि के जातकों को 2025 अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन आटा, चीनी,गुड़, सत्तू, फल या मीठे व्यंजनों का दान करना चाहिए । मान्यता है कि ऐसा करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है एवं धन-सम्पत्ति का लाभ होता है।इसके अलावा भूमि-भवन से जुडी समस्याएं भी दूर होती हैं ।
वृषभ एवं तुला राशि :
इन दोनों राशियों के स्वामी शुक्र हैं । इन राशि के जातकों को 2025 अक्षय तृतीया पर कलश में जल भरकर दान करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को धन लाभ और शुक्र दोष का प्रभाव कम किया जा सकता है । इन राशि के लोगों को अक्षय तृतीया के दिन सफेद वस्त्रों, दूध, दही, चावल, खांड आदि का दान करना भी बहुत फलदायी होगा ।
मिथुन एवं कन्या राशि :
इन राशियों के स्वामी बुध होते है । मिथुन राशि के जातकों को 2025 अक्षय तृतीया पर मूंग की दाल, हरी सब्जियां और गाय को चारा दान करना चाहिए। मान्यता है कि इससे सुख समृद्धि और धन का लाभ मिलेगा एवं मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी ।
कर्क राशि :
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है । इस राशि से संबंधित लोगों को 2025 अक्षय तृतीया के दिन चांदी, मोती, खीर, चावल, चीनी, घी और जल का दान करना चाहिए । ऐसा करने से धन लाभ होता है घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होकर सुख-समृद्धि आती है ।
सिंह राशि :
इस राशि के स्वामी सूर्य है । इस राशि के जातक को अक्षय तृतीया के दिन सूर्य को जल देना चाहिए तथा गुड, गेहूं, सत्तू, तांबा आदि का दान करना चाहिए । ऐसा करने से भगवान सूर्य नारायण की कृपा आप पर बनी रहेगी एवं घर के सभी सदस्य स्वस्थ्य और समृद्धि रहेंगे ।
धनु एवं मीन राशि :
इन दोनों राशियों के स्वामी बृहस्पति हैं । बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए इन राशियों के जातकों को इस दिन पीले कपड़े, हल्दी, पपीता, चना, चने की दाल, केसर, पीली मिठाईयां व जल का दान करना श्रेष्ठ रहता है । मान्यता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन सुखमय रहता है एवं माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है ।
मकर एवं कुंभ राशि :
इन राशि के स्वामी सूर्यपुत्र शनिदेव हैं । जन्म कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव में कमी तथा शुभ प्रभाव में वृद्धि के लिए इन राशि के जातकों को अक्षय तृतीया के दिन किसी बर्तन में तिल का तेल रखकर घर के पूर्वी किनारे पर रखें, धन लाभ होगा । इस दिन तिल, नारियल, चने का सत्तू, गरीब और असहाय लोगों के लिए वस्त्र और दवाइयों का दान करने से समय अनुकूल रहेगा एवं आपके जीवन की परेशानियां दूर होंगी ।
अक्षय धन प्राप्ति मंत्र

Akshay Dhan Prapti Mantra :
प्रार्थना –
“हे मा लक्ष्मी, शरण हम तुम्हारी ।
पूरण करो अब माता कामना हमारी ।।
धन की अधिष्ठात्री,जीवन-सुख-दात्री ।
सुनो-सुनो अम्बे ! सत्-गुरु की पुकार ।
शम्भु की पुकार, मां कामाख्या की पुकार ।।
तुम्हें विष्णु की आन, अब मत करो मान।
आशा लगाकर हम देते हैं दीप-दान ।।”
मंत्र : “ओम नम: विष्णु-प्रियायै ,ओम नम: कामाख्यायै। ह्रीं ह्रीं ह्रीं, क्रीं क्रीं क्रीं, श्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।।”
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Akshay Dhan Prapti Mantra Vidhi :
“दीपाबली” की संध्या को पांच मिट्टी के दीपको में गाय का घी डालकर रुई की बती जलायें। “लक्ष्मी जी” को दीप-दान करें और “मा कामाख्या का ध्यान” कर उक्त प्रार्थना करें। अक्षय धन प्राप्ति मंत्र (Akshay Dhan Prapti Mantra) का 108 बार जप करें। “दीपक” सारी रात जलाए रखे और स्वयं भी जगता रहें। नींद आने लगे, तो “मंत्र” का जप करें । प्रात:काल दीपों के बुझ जाने पर उन्हें नये बस्त्र में बांधकर “तिजोरी” या “बकसे” मे रखें। इससे श्री लक्ष्मी जी का उसमे बास हो जायेगा और धन-प्राप्ति होगी ।प्रतिदिन संन्ध्या समय “दीप” जलायें और पांच बार उक्त मंत्र का जप करें।
सरल धन प्राप्ति के टोटके
