Love/Breakup Solutions

Islamic Vashikaran Mantra Prayog

Islamic Vashikaran Mantra Prayog : मंत्र : “बिसमिल्लाह दाना कुल्हू अल्लाह या दाना दिल है । सख्त तुम हो दाना , हमारे बीच “फलाँ” को करो दिबाना ।।”

Islamic vashikaran Mantra Vidhi : यह कामदार बशीकरण मंत्र की इस्लामी बिधि से सिद्धि के पश्चात् इकतालिस बिनोले लें और इन्हें अलग अलग शक्तिकृत करें फिर अर्धरात्रि के समय मंत्रोचार करते हुए एक एक बिनोले अग्नि में डाले तो तीन दिन में मनोरथ सिद्ध होगा ।सिद्धि की दूसरी बिधि ऐसे है । प्रथम इक्कीस दिन तक इक्कीस बिनौलों पर इक्कीस – इक्कीस बार मंत्र जप कर आग में डालने से मंत्र सिद्ध हो जाएगा । ‘कामदार” कामदार बर्तमान समय में किसी उच्चाधिकारी ,ब्यबसायी या अन्य सत्तारूढ़ ब्यक्ति के नीचे कार्य करने बाला ,सलाहकार ,सचिब या ब्यक्ति गत सहायक (पी.ए.) आदि को समझना चाहिए। कभी आबश्यकता में इस प्रयोग को करने पर तीन दिन में कार्य सिद्ध हो जाता है ।

प्यार और आकर्षण तंत्र प्रयोग

Pyar Aur Aakarshan Tantra Prayog : (१). अश्लेषा नक्ष्त्र में अर्जुन बृक्ष की मूल लाकर बकरे के मूत्र में पीसकर जिस किसी के सिर पर डाला जाएगा बह आकर्षित होगा ।

दिबाली से पहले एक हंडिया में रुपया रख पूजन कर फिर एक मूली न्योता देकर लाबे और बीर्य तथा स्त्री रज रक्त में मिलाकर दिबाली के दिन शमशान में ले जाय । फिर चिता भस्म मिलाकर जिस किसी के मस्तक पर डालें ,आकर्षण तंत्र (Aakarshan Tantra) की प्रबाह से बह आकर्षित होता है ।

स्त्री के बायें पैर की धूल लायें, गिरगिट के रक्त में स्नाकर पुतली बनाकर ह्रदय में उसका नाम लिख मूत्र स्थान में गाढ़ कर उस पर मंत्र करे तो भी बशीकरण होता है ।

२. मंत्र : “ॐ एं एं एं लं लं लं क्रं क्रां ठं ठं स्वाहा ।” जिसे बुलाना हो उसका मन में स्मरण करके बिधि अनुसार मंत्र पढ़ कुलीरा पक्षी के मांस का 108 बार होम करे तो बह बशीभूत होता है।

३. मंत्र : “ॐ नम: ह्रीं ठं ठ: स्वाहा ।” उपरोक्त मंत्र का मंगलबार से दस हजार जप सिद्ध करे फिर चूहे की बांबी की मिट्टी, सरसों और बिनौला 21 बार मंत्र पढ़कर जिसे आकर्षण करना हो उसके बस्त्र पर मारे तो अबश्य आकर्षित होती है ।

४. मंत्र : “ॐ नम: भग्बते रुद्राय सदृष्टि लीप नाहर स्वाहा कंसासुर की दुहाई ।”

मंगलबार से प्रारम्भ कर बीस मंगलबार तक 122 मंत्र लगातार पढ़े फिर जप दशांश हबन लिखे अनुसार आकर्षण तंत्र प्रयोग (Aakarshan Tantra Prayog) करे तो भी आकर्षण होता है ।

प्रेमिका बशीकरण मंत्र प्रयोग कैसे करें?

Premika Vashikaran Mantra Prayog : शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को उल्लू पकड़कर उसके ललाट के ऊपर बाले भाग से नौ पंख उखाड़ लें, फिर उसे छोड़ दें, इसके बाद पूर्णिमा को आधी रात के समय किसी एकांत स्थान में जाकर, ऊनी आसन बिछाकर उस पर सिद्धासन लगाकर, पूर्ब दिशा की और मुँह करके बैठ जायें। पंखों को अपने सामने रख लें तथा निम्नलिखित मंत्र का एक लाख जाप करें ।

Premika Vashikaran Mantra : मंत्र : “ॐ नमो लक्ष्मी बाहन काकारि उलूक पक्षे मम मनोभिलाषा पूर्ण कुरु कुरु श्रीं श्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं क्लीं फट स्वाहा ।” प्रत्येक बार मंत्र का जप करने के बाद पंखों पर फूंक मारते जायें। जप पूरा हो जाने पर उन पंखों को साथ लेकर लौट आयें । प्रेमिका वशीकरण मंत्र प्रयोग (Premika vashikaran Mantra Prayog) के समय जिसको बशीभूत करना हो उसके सिरहाने एक पंख रख दें तो बह बशीभूत हो जायेगा ।

प्रेमिका बशीकरण मंत्र तंत्र प्रयोग

Premikaa Vashikaran Mantra Tantra Prayog : Premikaa vashikaran Mantra Vidhi :
किसी भी मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को एक उल्लू पकड़ कर उसके मस्तक के ऊपरी भाग से पाँच पंख नोंच लें । फिर उसे उसी स्थान पर छोड़ दें, जँहा से की पकड़ा था । तत्पश्चात अगली पूर्णिमा को आधी रात के समय किसी निर्जन तथा एकांत स्थान में जाकर कुश अथबा ऊनी कम्बल का आसन बिछाकर, उस पर पद्मासन लगाकर, पूर्ब दिशा की और मूंह करके बैठ जांयें । पंखो को अपने सामने रख लें तथा निम्नलिखित मंत्र का १००८ की संख्या में जप करें । जप के बाद सफ़ेद तील शूध गाय का घी और सफ़ेद कनेर की पुष्प से हबन करे फिर प्रयोग में लायें ।

Premikaa Vashikaran Mantra : मंत्र : “ॐ नमो लक्ष्मी बाहन काकारि उल्लूक पक्षयै मम मनोभिलाषा पूर्ण कुरु कुरु श्रीं श्रीं श्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं क्लीं क्लीं फट् स्वाहा ।” प्रत्येक बार प्रेमिका बशीकरण मंत्र (Premikaa Vashikaran Mantra) का जप करने के बाद पंखों पर एक एक फूँक मारते जाय । इस प्रकार बे पंख अभिमंत्रित हो जायेगे । मंत्र जप पूरा हो जाने पर उन पंखों को साथ लेकर घर लौट आयें । आबश्यकता के समय जिस प्रेमिका को बशीभूत करना हो उसके सिर पर एक पंख रख दें तो बह बशीभूत हो जायेगी । यदि प्रेमिका आपकी बात मानती हो और आप उसे जीबन भर अपने बश में रखना चाहते हो तो एक पंख को सोने के ताबीज में भरकर तथा उसमे लाल अथबा पीले रंग का रेशमी डोरा पिरो कर, प्रेमिका के गले में पहना दें तो जब तक बह ताबीज को अपने गले में धारण किये रहेगी, तब तक आपकी आज्ञानुबर्तिनी बनी रहेगी और आपके प्रति उसका प्रेम दिन प्रतिदिन बढ़ता ही चला जायेगा । प्रयोग के बाद शेष बचा हुआ पंखों को किस्सी मंगलबार की दिन काला कपड़ा में लपेट कर किसी बहते हुए जल में प्रबाह कर दे ।

सर्बजन मोहन तंत्र प्रयोग विधि

Sarbjan Mohan Tantra Prayog Vidhi : मंगलबार अथबा शनिबार को आधीरात के समय एक उल्लू को पकड़ कर, उसके सिर से सात पंख नोंच कर छोड़ दें । फिर अगली अमाबस्या की रात को, उन पंखों को लेकर श्मशान भूमि में जायें और किसी जलती हुई चिता के सामने पूर्बाभिमुख हो पद्मासन लगाकर बैठ जाय । नीचे कुश अथबा कम्बल का आसन अथबा मृगछाला बिछाये रखना आबश्यक है ।

मृगछाला पर बैठने से पूर्ब ही तांबे के एक पात्र में शुद्ध जल भरकर रख लेना भी आबश्यक है । इतना करने के बाद एक कांसे अथबा पत्थर की तश्तरी में उल्लू के सात पंखों को रखकर, उन्हें जल के छीटे मारकर जलसिक्त कर दे । फिर निम्नलिखित मंत्र का १००८ बार जप करे । प्रत्येक बार मंत्रोच्चारण के साथ ही परों के ऊपर, ताम्रपत्र में भरे हुए जल से छीटे मारते जाना आबश्यक है । यह सर्बजन मोहन तंत्र बिधि (Sarbjan Mohan Tantra Vidhi) से बे पंख अभिमंत्रित होते चले जायेंगे ।

Sarbjan Mohan Mantra : मंत्र –”ॐ नमो लक्ष्मी बाहनाय । नमो काक बंश बिध्बंसनाय । नमो बिष्णबे ॐ क्रां क्रीं क्रुं क्रें क्रों क्रं क्र: स्वाहा ।”

उक्त बिधि से जब मंत्र जप पूरा हो जाय, तब उन पंखों को लेकर घर लौट आना चाहिए तथा अभिमंत्रित पंखों को सम्भाल कर, किसी बस्त्र आदि में लपेट कर सुरक्षित रख देना चाहिए ।

आबश्यकता के समय जब किसी स्त्री अथबा पुरुष को सम्मोहित करना हो, तब उसके पहनने के बस्त्रो के भीतर गुप्त रूप से एक पंख रख देना चाहिए । उस पंखयुक्त बस्त्र जब भी बह स्त्री या पुरुष धारण करेगा, तभी बह प्रयोगकर्ता के सहसा बशीभूत हो जायेगा और बह स्वयं ही उससे मिलने के लिए छटपटा उठेगा । यह सर्बजन मोहन तंत्र (Sarbjan Mohan Tantra) है ।

प्रेमिका वशीकरण तंत्र उपाय

Premika Vashikaran Tantra Upay :

प्रेमिका को बश में करने अथबा रूठी हुई प्रेमिका को मनाने के लिए निम्नलिखित प्रयोग हितकर कहा गया है –

Premika Vashikaran Tantra Vidhi : कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की रात्रि में कहीं से बाज के पंजर की हड्डी ले आयें । फिर अमाबस्या की आधी रात के समय किसी एकान्त तथा निर्जन स्थान में पूर्ब की और मुँह करके सिद्धासन से बैठ जाय तथा हड्डी को सामने रखकर, उसे निम्नलिखित मंत्र का १००८ बार जाप करके अभिमंत्रित करें –

Premika Vashikaran Tantra Mantra : मंत्र – “ॐ क्रीं क्लीं श्रीं ह्रीं फट् स्वाहा अमुकीं में बश्यं कुरू ।”

मंत्र में जिस जगह “अमुकीं” शव्द आया है, बहां प्रेमिका के नाम का उचारण करना चाहिए । इसके बाद अभिमंत्रित हड्डी को गुप्त रूप से प्रेमिका के घर में फेंक देना चाहिए ।
उक्त प्रयोग से प्रेमिका बशीभूत हो जाती है और जो प्रेमिका रूठ गई हो, बह मान छोड़ कर, स्वयं ही प्रेमी के पास चली आती है । इस प्रयोग की सभी बिधियों को गुप्त रूप से करना आबश्यक है ।